| Verb • decimate | |
| नुक्सान: disadvantage | |
| पहुँचाना: furnish cause attain transport inflict give get | |
नुक्सान पहुँचाना in English
[ nuksan pahumcana ] sound:
नुक्सान पहुँचाना sentence in Hindi
Examples
More: Next- ‘यकीन नहीं होता… इसे यहाँ पड़ा देखो… इसे कौन नुक्सान पहुँचाना चाहेगा, हैं?'
- अगर किसी को नुक्सान पहुँचाया तो ठीक वरना खुद को तो नुक्सान पहुँचाना उनकी आदत में शामिल हो गया है।
- किसी की भावनाओं को नुक्सान पहुँचाना ना तो मेरे संस्कारों में है और ना ही मेरे धर्म के शिक्षाओं में.
- अहिंसा उसी में हो सकती है जो यह सोचता है की नुक्सान पहुँचाना ही बुरा है और किसी को दुःख देना अन्याय है।
- लडाई पकिस्तान से न होकर आतंकवाद से होनी चाहिए और युद्ध के बलबूते पर आतंकवाद का सफाया करने मे सक्षम नहीं हो सकते है इसलिए युद्ध सब्द का उपयोग करना भी देश को नुक्सान पहुँचाना है!
- और वैसे भी हम किस्से लड़ने की बात कर रहे है पकिस्तान से जबकि मेरे ख्याल से तो हमारी l लडाई पकिस्तान से न होकर आतंकवाद से होनी चाहिए और युद्ध के बलबूते पर आतंकवाद का सफाया करने मे सक्षम नहीं हो सकते है इसलिए युद्ध सब्द का उपयोग करना भी देश को नुक्सान पहुँचाना है!
- सफलतापूर्वक पूरा करना बुझा देना उन्मूलन करना खोल / उतार बुझना जड़ से मिटाना खोल डाल बहुत कम कर देना मिटा दना बड़ी संख्या में मारना नुक्सान पहुँचाना अस्तित्व्त् मिटा देना सत्यानाश करना/मिटाना९ बराबर कर देना तीव्रता से बाहर निकालना मार देना तीव्रता से बाहर निकालना रद्द कर देना नुक्सान पहुँचाना मिटा देना पूरी तरह से नष्ट हो होना समाप्त करना
- सफलतापूर्वक पूरा करना बुझा देना उन्मूलन करना खोल / उतार बुझना जड़ से मिटाना खोल डाल बहुत कम कर देना मिटा दना बड़ी संख्या में मारना नुक्सान पहुँचाना अस्तित्व्त् मिटा देना सत्यानाश करना/मिटाना९ बराबर कर देना तीव्रता से बाहर निकालना मार देना तीव्रता से बाहर निकालना रद्द कर देना नुक्सान पहुँचाना मिटा देना पूरी तरह से नष्ट हो होना समाप्त करना
- यही कारण था की पुलिस अधीक्षक से मारपीट सहित उनके कपडे फाड़ना, सड़क पर खड़े वाहनों में आग, दमकल गाडियों को जलाना, पेट्रोल पम्पो को फूंकना, रेलवे ट्रैक को नुक्सान पहुँचाना, प्रशासनिक कर्मचारियों व् महिला पुलिस कर्मियों को बंधक बनाना सहित वो सब कुछ हुआ जो क्षेत्र में फैली अराजकता की दुहाई देने के लिए काफी था.
- वैसे भी जो दीवानगी खेल के लिए लोगों में पहले हुआ करती है आज वह किसी भी परिस्थिति में वापस नहीं लौट सकती है क्योंकि पैसों ने इस खेल को जितना नुक्सान पहुँचाना था वह हो चुका है और जब तक इस खेल में एक बार फिर से पैसे के महत्त्व को खेल से आगे नहीं रखा जायेगा तब तक कोई भी खिलाड़ी इस खेल को उस भावना से नहीं खेल पायेगा.
